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'मलाल' से डेब्यू कर रहे है शरमिन और मीजान

संजय लीला भंसाली की भांजी है शरमिन और जावेद जाफरी का बेटा है मीजान





फीचर डेस्क मुंबई। मुंबई माया नगरी में कभी भी कुछ भी हो सकता है सिर्फ आपके पास गॉड फादर होना चाहिए। जी हां मुंबई में यदि आपको काम करना है तो कोई न कोई माध्यम जरूरी है। आपके अंदर कितना ही टैलेंट क्यों न हो मौका यूं ही नहीं मिलता है बहुत ही संघर्ष करना होता है। किसी ने ठीक ही कहा है कि संघर्षो का नाम ही मुंबई। पर इसी मुंबई शहर ने कई लोगों को दरवाजे पर जाकर काम दिया है। वे थे माया नगरी की फिल्मी सितारों की भावी पीड़ी। एक के बाद एक कई कलाकारों की संतानें फिल्मों में अपना किस्मत चमकाने में लगे है तो भला प्रोड्यूसर क्यों पीछे रहे। हाल ही में एक फिल्म मलाल का ट्रेलर आया है जिसमें बहुत बड़े फिल्म मेकर संजय लीला भंसाली अपनी भांजी शरमिन सहगल और मशहूर अभिनेता जावेद जाफरी के बेटे मीजान को लॉन्च कर रहे हैं। टी-सीरीज और संजय लीला भंसाली की इस फिल्म का निर्देशन किया है मंगेश हडावले ने। निर्माता है संजय लीला भंसाली, भूषण कुमार, महावीर जैन और कृष्ण कुमार।

इस फिल्म की स्टोरी पर बात करे तो यह एक प्रेम कहानी पर आधारित है। इसमें मध्यम वर्गीय परिवार के साथ मुंबई की रीयल लाईफ की स्टोरी को कुछ हद तक दिखाने की कोशिश की गई। कुछ युवा मुंबई को सिर्फ महाराष्ट्र तक ही सीमित करके देखते है उन्हे लगता है कि उनकी मुंबई में बाहर से कोई नहीं आ सकता है। यदि मोहल्ले में कोई बाहर का आये तो तरह-तरह से परेशान किया जाता है। फिल्म में शरमिन सहगल और मीजान यानी आस्था और शिव में इसी बात पर तकरार होती है। शिव कहता है हमारे लोगों को हटा कर हर चीज में कब्जा कर रहे है ये लोग, इस पर जवाब देती हुई आस्था कहती है कि किस बात का कब्जा यहां हम सब भारतीय है। इसी तरह आगे फिल्म के एक दृश्य में शिव आस्था से कहता है हटा यहां से सायकल, यहां लोगों के लिये चलने की जगह नहीं है और तुम सायकल घुसेड़ रही हो। 

फिल्म में बताई जा रही कहानी मुंबई की एक छोटी सी बस्ती की है जो कभी-कभी तो ऐसा लगता है कि ये बात अब पुरानी हो गई है। हो सकता है अब भी मुंबई में ऐसा होता हो। छुट-पुट घटनाओं से साथ ही इस फिल्म में मराठीवाद का पूट की देखने को मिलता है। शिव जैसे युवाओं को अभी भी ऐसा लगता है कि बाहर वाले मुंबई में आकर उनका हक मार रहे है। इस तरह से नायक और नायिका में रोज-रोज की तकरार प्यार में कब बदलता है पता ही नही चला। और एक हादसे से प्रेम कहानी में नया ट्वीस्ट आता है दोनो अलग हो जाते है। क्या आस्था और शिव दोबारा मिल पायेंगे? क्या कारण रहा होगा दोनो के अलग होने का? इन सवालों का जवाब तो पूरी फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा जो कि 28 जून को रीलिज होने जा रही है। फिलहाल इन दो नए कलाकारों को फिल्मी दुनियां में पदार्पण के लिए शुभकामनाएं देते है भले ही फिल्मों से उनका नाता बचपन से रहा हो लेकिन बतौर नायक और नायिका मलाल उनकी पहली फिल्म है।

























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